गूगल टॉक हिन्दी चिट्ठाकारों का प्रिय मैसेंजर है। अब यदि घर से बाहर किसी अन्य पीसी पर इंटरनैट सर्फ कर रहे हों तो हम लोग अक्सर जीमेल में अंतर्निहित गूगल चैट का प्रयोग करते हैं। लेकिन इसके लिए एक तरीका और भी है - गूगल टॉक गैजेट का प्रयोग
गूगल टॉक गैजेट आपके ब्राउजर में खुलता है। इसके लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें।
http://talkgadget.google.com/talkgadget/client
आपसे अपने गूगल अकाऊंट पर साइन इन करने को कहा जाएगा जिसके बाद कि आप चैट का आनंद ले सकते हैं।
यह १४ मार्च २००७ को लाँच हुआ था। इसकी कुछ खूबियाँ और कमियाँ निम्न हैं।
खूबियाँ
» डैस्कटॉप क्लाइंट की तरह इसके लिए कुछ डाउनलोड करने की जरुरत नहीं, ब्राउजर में ही खुलता है।
» इसी खूबी के कारण विंडोज समेत लिनक्स तथा मैकिनटोश पर भी काम करता है।
» हर चैट सैशन अलग टैब में खुलता है जिससे कि डैक्सटॉप अव्यवस्थित नहीं होता।
» हाल ही में इसमें ग्रुप चैट की सुविधा जोड़ी गई है। यद्यपि यह अभी काफी बेसिक किस्म की है, इसके बारे में आने वाली एक पोस्ट में बताऊंगा।
» डैस्कटॉप क्लाइंट वाली अधिकतर सुविधाएँ इसमें हैं जो कि जीमेल चैट में नहीं हैं। यह वॉइस कॉल, इमेज/वीडियो प्रिव्यू आदि सुविधाओं से लैस है।
» इसमें याहू मैसेंजर की तरह ग्राफिक स्माइली की सुविधा है जो कि डैस्कटॉप क्लाइंट तथा जीमेल चैट में उपलब्ध नहीं। नीचे दाएँ कोने पर स्माइली दिए गए हैं।
» इसे आप ब्लॉग, वैबपेज आदि में भी लगा सकते हैं, इस बारे एक लेख में अलग से जानकारी दूँगा।
कमियाँ
» इसकी सबसे बड़ी कमी है कि इसमें हिन्दी टाइप नहीं होती। Indic IME जो कि विंडोज में सर्वाधिक कंपैटिबल है वह भी इसमें असफल रहा। हिन्दी टाइप करने के लिए अन्यत्र टाइप कर (नोटपैड/वर्डपैड आदि में) इसमें पेस्ट करनी पड़ती है। (CTRL+V काम करता है SHIFT+INSERT नहीं)
यह एक सबसे बड़ी कमी है जो कि हिन्दी प्रयोक्ताओं को लंबे समय तक इससे दूर रखेगी।
» इसमें अक्षर छोटे-छोटे नजर आते हैं, जिससे पढ़ने में मजा नहीं आता।
» यह कई बार स्वतः डिसकनैक्ट हो जाया करता है। इससे खासकर ग्रुप चैट में बहुत समस्या होती है।
कुल मिलाकर यद्यपि यह डैस्कटॉप क्लाइंट जितना अच्छा तो नहीं लेकिन काम चलाने के लिए ठीक है। यदि आप घर से दूर हों तो इसका प्रयोग किया जा सकता है।
गूगल टॉक गैजेट आपके ब्राउजर में खुलता है। इसके लिए निम्न लिंक पर क्लिक करें।
http://talkgadget.google.com/talkgadget/client
आपसे अपने गूगल अकाऊंट पर साइन इन करने को कहा जाएगा जिसके बाद कि आप चैट का आनंद ले सकते हैं।
यह १४ मार्च २००७ को लाँच हुआ था। इसकी कुछ खूबियाँ और कमियाँ निम्न हैं।
खूबियाँ
» डैस्कटॉप क्लाइंट की तरह इसके लिए कुछ डाउनलोड करने की जरुरत नहीं, ब्राउजर में ही खुलता है।
» इसी खूबी के कारण विंडोज समेत लिनक्स तथा मैकिनटोश पर भी काम करता है।
» हर चैट सैशन अलग टैब में खुलता है जिससे कि डैक्सटॉप अव्यवस्थित नहीं होता।
» हाल ही में इसमें ग्रुप चैट की सुविधा जोड़ी गई है। यद्यपि यह अभी काफी बेसिक किस्म की है, इसके बारे में आने वाली एक पोस्ट में बताऊंगा।
» डैस्कटॉप क्लाइंट वाली अधिकतर सुविधाएँ इसमें हैं जो कि जीमेल चैट में नहीं हैं। यह वॉइस कॉल, इमेज/वीडियो प्रिव्यू आदि सुविधाओं से लैस है।
» इसमें याहू मैसेंजर की तरह ग्राफिक स्माइली की सुविधा है जो कि डैस्कटॉप क्लाइंट तथा जीमेल चैट में उपलब्ध नहीं। नीचे दाएँ कोने पर स्माइली दिए गए हैं।
» इसे आप ब्लॉग, वैबपेज आदि में भी लगा सकते हैं, इस बारे एक लेख में अलग से जानकारी दूँगा।
कमियाँ
» इसकी सबसे बड़ी कमी है कि इसमें हिन्दी टाइप नहीं होती। Indic IME जो कि विंडोज में सर्वाधिक कंपैटिबल है वह भी इसमें असफल रहा। हिन्दी टाइप करने के लिए अन्यत्र टाइप कर (नोटपैड/वर्डपैड आदि में) इसमें पेस्ट करनी पड़ती है। (CTRL+V काम करता है SHIFT+INSERT नहीं)
यह एक सबसे बड़ी कमी है जो कि हिन्दी प्रयोक्ताओं को लंबे समय तक इससे दूर रखेगी।
» इसमें अक्षर छोटे-छोटे नजर आते हैं, जिससे पढ़ने में मजा नहीं आता।
» यह कई बार स्वतः डिसकनैक्ट हो जाया करता है। इससे खासकर ग्रुप चैट में बहुत समस्या होती है।
कुल मिलाकर यद्यपि यह डैस्कटॉप क्लाइंट जितना अच्छा तो नहीं लेकिन काम चलाने के लिए ठीक है। यदि आप घर से दूर हों तो इसका प्रयोग किया जा सकता है।
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